Indicators on shiv chalisa lyricsl You Should Know

शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

On Trayodashi (thirteenth day on the dark and shiny fortnights) one really should invite a pandit and devotely make choices to Lord Shiva. Those who fast and pray to Lord Shiva on Trayodashi are usually healthier and prosperous.

क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ Shiv chaisa शंकर हो संकट के नाशन ।

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

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